Holi Bhai Dooj 2024: चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की द्वितीया तिथि को भाई दूज का पर्व मनाया जाता है, इसे भ्रातृ द्वितीया के नाम से भी जानते हैं. इस साल भाई दूज 27 मार्च को मनाया जाएगा. पारंपरिक रूप से यह पर्व भाई-बहन के बीच स्नेह के बंधन को मजबूत करता है. इस दिन बहनें अपने भाई के माथे पर तिलक लगाकर लंबी आयु और अच्छे स्वास्थ्य की कामना करती हैं. भाई दूज को कई नामों से जाना जाता है.
भाई टीका , भाऊबीज , भाई बीज , भाई फोंटा या भ्रातृ द्वितीया त्योहार दिवाली और होली के दूसरे दिन मनाया जाता है. इस दिन का उत्सव रक्षा बंधन के त्योहार के समान है. उत्तर प्रदेश और बिहार के अवध और पूर्वांचल क्षेत्रों में इसे भैया दूज के नाम से भी जाना जाता है, इसे नेपाल और बिहार में विभिन्न अन्य जातीय समूहों के लोगों द्वारा भरदुतिया के नाम से मनाया जाता है. धार्मिक मान्यता है कि इस दिन भाई अपनी बहनों के घर जाकर भोजन ग्रहण करते हैं और तिलक लगवाते हैं. ऐसा करने से अकाल मृत्यु का भय समाप्त हो जाता है.
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Holi Bhai Dooj 2024- होली भाई दूज 2024 सही तारीख
इस साल होली 25 मार्च को है और होली के बाद भाई दूज 27 मार्च को मनाई जाएगी. पंचांग के अनुसार, चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की द्वितीया तिथि 26 मार्च 2024 दिन मंगलवार को दोपहर 02 बजकर 55 मिनट पर आरंभ हो रही है. वहीं द्वितीया तिथि की समाप्ति अगले दिन 27 मार्च 2024 को शाम 05 बजकर 06 मिनट पर होगी. 27 मार्च को भाई को टीका करने के लिए दो शुभ मुहूर्त हैं. पहला शुभ मुहूर्त सुबह 10 बजकर 54 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 27 मिनट तक है. वहीं दूसरा शुभ मुहूर्त दोपहर 3 बजकर 31 मिनट से लेकर शाम 05 बजकर 04 मिनट तक है.
Holi Bhai Dooj 2024- होली भाई दूज पर भाई को तिलक करने का मुहूर्त
- पहला मुहूर्त- सुबह 10.54 से दोपहर 12.27
- दूसरा मुहूर्त- दोपहर 03.31 से शाम 05.04
Holi Bhai Dooj 2024- होली भाई दूज पर तिलक करने की विधि
- होली की भाई दूज पर अपने भाइयों को भोजन का निमंत्रण दें.
- भाई का प्रेम पूर्वक स्वागत कर उन्हें चौकी पर बैठाएं.
- ध्यान रहे भाई का मुख उत्तर-पश्चिम दिशा में होना चाहिए.
- भाई को कुमकुम से तिलक कर चावल लगाएं.
- भाई को नारियल देकर सभी देवी-देवता से उसकी सुख, समृद्धि दीर्घायु की कामना करें.
- अब भाई बहन को उपहार में सामर्थ्य अनुसार भेंट करें.
- भाई को भरपेट भोजन कराएं.
Holi Bhai Dooj 2024 -होली के अगले दिन क्यों मनाते हैं भाई दूज?
होली के बाद पड़ने वाले भाई दूज बहन और भाई के अटूट प्यार को दर्शाता है. इस दिन बहनें भाई की लंबी आयु और अच्छे स्वास्थ्य की कामना करती हैं. होली के दूसरे दिन पड़ने वाले इस भाई दूज को भी कई हिस्सों में मनाया जाता है. एक पौराणिक कथा के अनुसार, यमराज ने अपनी बहन के घर जाकर टीका लगवाया था और भोजन किया था, इसके बाद यमराज ने अपनी बहन को आशीर्वाद देते हुए कहा था कि जो भाई अपनी विवाहित बहन के घर जाकर भोजन करने के साथ तिलक लगवाएंगे तो अकाल मृत्यु का भय समाप्त हो जाएगा. उसी समय से इस दिन होली के बाद मनाया जाता है.
डिसक्लेमरः इस आलेख में दी गई जानकारी अलग अलग किताब और अध्ययन के आधार पर दी गई है। morningjunction.com यह दावा नहीं करता कि ये जानकारी पूरी तरह सही है। पूरी और सही जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ (ज्योतिष/वास्तुशास्त्री/ अन्य एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें।